पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत आने के बाद रात करीब 8 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद उन्हें तुरंत चिकित्सा प्रदान की गई। डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद मनमोहन सिंह का 9 बजकर 51 मिनट पर निधन हो गया।
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने शोक संदेश में कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी उन दुर्लभ राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में भी समान सहजता से काम किया। सार्वजनिक कार्यालयों में अपनी विभिन्न भूमिकाओं में, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा, उनके बेदाग राजनीतिक जीवन और उनकी अत्यंत विनम्रता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है।' मैं भारत के सबसे महान सपूतों में से एक को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।"
धनखड़ ने शोक संदेश में कहा कि मनमोहन सिंह एक विशिष्ट अर्थशास्त्री थे, जिन्होंने देश का आर्थिक परिदृश्य बदल दिया। पद विभूषण से सम्मानित और भारत के आर्थिक उदारवाद के रचयिता डॉक्टर सिंह ने बहुत महत्वपूर्ण समय में देश का आर्थिक मोर्चे संभाला और आर्थिक वृद्धि तथा विकास के नए आयाम खोले।
वहीं, PM मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संदेश में लिखा, "भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है।" बिरला ने एक्स पर अपने शोक संदेश में लिखा, "देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रख्यात अर्थशास्त्री और प्रबुद्ध राजनेता होने के साथ ही अपने सौम्य और सरल व्यवहार की खातिर वह सदैव स्मृतियों में रहेंगे। एक कुशल प्रशासक, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने दशकों तक राष्ट्र की सेवा की। पीड़ा की इस घड़ी में मेरी संवेदनायें डॉ. सिंह के परिवार के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान प्रदान करें, तथा शोक संतप्त परिजनों और देशवासियों को संबल दें।ॐ शांति।"
उधर, अमित शाह ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर अपने शोक संदेश में कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है। भारतीय रिजर्व बैंक में गवर्नर से लेकर देश के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह जी ने देश की शासन व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। वाहेगुरु जी उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें और उनके परिवारजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।"
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अपने एक संदेश में जेपी नड्डा ने कहा कि प्रख्यात अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर सिंह का निधन राष्ट्र के लिए बहुत भारी क्षति है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर सिंह भारतीय राजनीति के दिग्गज राजनेता थे। अपने लंबे सामाजिक जीवन में उन्होंने आम जनजीवन के लिए काम किया। वह समाज के निचले वर्ग की आवाज रहे। उनके नेतृत्व में उन्हें पार्टी से अपार लोकप्रियता दिलाई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए आज कहा कि 1991 का मील का पत्थर बजट पेश कर भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाने वाले डॉ सिंह सभी के द्वारा सम्मानित, वे मृदुभाषी और सौम्य थे। उधर, सीतारमण ने सोशल मीडिया एक्स पर जारी अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ सिंह ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर और भारत के वित्त मंत्री के रूप में अपनी सेवा दीं थी। मनमोहन सिंह ने 1991 का मील का पत्थर बजट पेश कर भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाया था।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया। खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर शोक संदेश में कहा,"पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से भारत ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक बेदाग निष्ठावान नेता और एक अद्वितीय कद के अर्थशास्त्री को खो दिया है, जिनकी नीतियों और विचारधारा ने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई। डॉ. मनमोहन सिंह को एक ईमानदार और उच्चकोटि के अर्थशास्त्री के रूप में याद किया जाएगा, जिनकी आर्थिक उदारीकरण की नीति ने भारत को नए आर्थिक युग में प्रवेश कराया और करोड़ों भारतीयों की जिंदगी को बदल दिया।"
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा अशोक व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्होंने अपना एक मार्गदर्शक को दिया है। राहुल गांधी ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह जी ने बहुत ही बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह जैसे राजनेता बहुत कम हुए हैं, जिन्हें राजनीति में अत्यधिक सम्मान मिला है। प्रियंका वाड्रा ने शोक संदेश में कहा, "राजनीति में बहुत कम लोग सरदार मनमोहन सिंह जी जैसा सम्मान पाते हैं। उनकी ईमानदारी हमेशा हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहेगी और वे हमेशा उन लोगों के बीच खड़े रहेंगे, जो इस देश से सच्चा प्यार करते हैं, क्योंकि वे अपने विरोधियों द्वारा अनुचित और गहरे व्यक्तिगत हमलों के बावजूद राष्ट्र की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहे।"
बीजू जनता दल के नेता एवं ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। पटनायक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ। पटनायक ने एक्स पर शोक संदेश में कहा कि मनमोहन सिंह ने विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की शानदार सेवा की है। विद्वान और विनम्र नेता को आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने नए भारत को नींव प्रदान की और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया। मेरे मन और प्रार्थनाएँ उनके शोक-संतप्त परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के साथ हैं। ॐ शांति।
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। लालदुहोमा ने डॉ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के विकास और शासन में उनके अद्वितीय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने डॉक्टर सिंह केपरिवार के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "हमारे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के आकस्मिक निधन से अत्यंत स्तब्ध और दुखी हूँ। मैंने उनके साथ काम किया था और उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में बहुत करीब से देखा था। उनकी विद्वता और बुद्धिमत्ता निर्विवाद थी, और देश में उनके द्वारा शुरू किए गए वित्तीय सुधारों की गहराई को व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है।" ममता बनर्जी ने कहा, "देश को श्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व की कमी खलेगी और मुझे उनके स्नेह की..। उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।"
वहीं, उद्योग जगत के जाने माने उद्योगपति और अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। अडानी ने सोशल मीडिया एक्स पर अपने शाेक संदेश में लिखा, "इतिहास 1991 के आर्थिक सुधारों में डॉ. मनमोहन सिंह की महती भूमिका के लिए उन्हें हमेशा सम्मान देगा। उनके सुधारवादी कदमों से भारत को एक नया रूप मिला और देश ने दुनिया के लिए अपने दरवाजे खोलें।"