Himachal News: मुख्यमंत्री सीएम सुक्खू गांव के द्वार कार्यक्रम के तहत शुक्रवार की रात टिक्कर गांव में बिताई। यहां मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के साथ खुले आसमान के नीचे लोगों के साथ हाथ तापे और उनसे बातचीत करते हुए भी नजर आए।
मुख्यमंत्री शिमला जिले के तहत अति दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार में लोगों के बीच रात बिताने वाले पहले मुख्यमंत्री बने हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शुक्रवार को प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत जिला शिमला के चौपाल उपमंडल की कुपवी तहसील के टिक्कर गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने ग्रामीणवासियों को दूध पर MSP, मक्की और गेहूं की खरीद सहित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को बताया।
वहीं, सीएम सुक्खू का टिक्कर वासियों ने ग्रामीण परिपाटी से जोरदार स्वागत किया। शाम ढलते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने घर-द्वार पर पाकर ग्रामवासी सर्द मौसम में भी गर्म जोशी से विभोर हो उठे। सीएम पूर्व जिला परिषद सदस्य हरी सिंह पचनाइक के घर पर रुके।
हरि सिंह के घर पर अलाव सेंकते-सेंकते मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों से क्षेत्र में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा व्यवस्था की भी जानकारी ली। सीएम ने जनता के बीच बैठकर ही आम लोगों के साथ खाना खाया, उन्होंने लोक संगीत की मधुर स्वर लहरियों और स्थानीय व्यंजनों का भी आनंद लिया।
सीएम के रात्रि भोज में परोसे गए ये पारंपरिक व्यंजन
सीएम के रात्रि भोज में मीठे व नमकीन सिड्डू, कुंकुए (बिच्छु बूटी) का साग, मक्की की रोटी, पटांडे, कोद्दे के आटे के जोद्दे, शक्कर, गेंहू के आटे का खिंडा, खीर, चलोथी, कुल्थ व अरहर की दाल, अरबी, गुड्डत व गुच्छी की सब्जी के अलावा मांसाहार में पहाड़ी मुर्गा व बकरे का मीट तैयार किया गया था।