शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राज्य की मंडियों में अव्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को ठहराया है। उन्होंने कहा कि गेंहू के भंडारण के लिए बारदाने की व्यवस्था करने में राज्य की असमर्थता के कारण किसानों को खरीद केंद्रों पर शिविर लगाकर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। बठिंडा जिले व मोगा की कई मंडियों का दौरा करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने अकाली नेताओं से खरीद केंद्रों में पंखा लगाने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी 24 अप्रैल को उपायुक्त के कार्यालयों के सामने राज्य भर में सांकेतिक जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन करेगी, जिसमें किसानों को मंडियों में आ रही परेशानी का तत्काल समाधान करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री वरिष्ठ अधिकारियों से मंडियों का दौरा करने को कहें ताकि गेहूं खरीद की धीमी गति को दूर किया जा सके। किसान एक सप्ताह से अधिक समय से मंडियों में डेरा डाले हुए हैं। मंडियों में 45 लाख टन गेंहू खुले में पड़ा है तथा बारदाने की कमी के कारण उठान नहीं हो पा रहा है।
वहीं, बादल ने कहा कि किसानों और आढ़तियों को अपने दम पर बारदाने की व्यवस्था करने के लिए कहा जा रहा है। किसानों को खरीदी गई उपज का समय पर भुगतान भी नहीं मिल रहा । भुगतान की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।
शिअद नेता ने आगे कहा कि सरकार दावा कर रही थी कि उसने किसानों को 6000 करोड़ रूपये का भुगतान किया था, जबकि वास्तविक भुगतान केवल 3400 करोड़ रूपये था। हरियाणा सरकार ने 24 हजार करोड़ रूपये का भुगतान किया है।