भारतीय रेलवे के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्र सरकार और रेलवे देश की चार विश्व धरोहर रेललाइनों का निजीकरण करने जा रहा है। ये चार ट्रैक हिमाचल का शिमला-कालका, पश्चिमी बंगाल का सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग, तमिलनाडु का नीलगिरि और महाराष्ट्र का नेरल-माथेरान हैं। चारों ट्रैक नैरोगेज हैं, जिन्हें प्राइवेट एजेंसियों के हवाले करने की तैयारी है।
यही नहीं प्राइवेट एजेंसी इन ट्रैक का रख रखाव करने के साथ-साथ मार्केटिंग का काम भी करेगी और नई ट्रेनें भी चलाएगी। ऐसे में पर्यटन केंद्र भी विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा एजेंसी की इस कमाई में रेलवे का शेयर भी होगा। आपको बता दें कि रेलवे ने चारों ट्रैक का अध्ययन करने और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मोड पर देने का जिम्मा रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) को सौंपा है।