हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे। मंडियों में गेहूं की खरीद से लेकर उठान और किसानों को भुगतान तक में देरी हो रही है। सरकार को चाहिए कि वो हवा-हवाई दावों को छोड़कर जमीनी हकीकत को पहचाने और व्यवस्थाओं में सुधार करे।
उन्होंने कहा कि मंडी से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक हर जगह किसान सरकार की अनदेखी झेल रहा है। साढ़े 4 महीने से देश के किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। लेकिन सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही। वहीं दूसरी तरफ अपनी गेहूं बेचने के लिए किसान मंडियों में पहुंच रहे हैं लेकिन सरकार उनकी खरीदारी नहीं कर रही।
हुड्डा ने आगे कहा कि ना सरकार की तरफ से बारदाना की व्यवस्था की जा रही है और ना ही उठान ने तेजी लाई जा रही है। अब तक महज 22 प्रतिशत फसल का ही उठान हो पाया है। इसलिए किसानों को गेहूं डालने के लिए मंडी में जगह नहीं मिल पा रही। गेहूं की खरीद और उठान ही नहीं पेमेंट में भी देरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 48 घंटे के अंदर भुगतान का वादा किया था लेकिन 360 घंटों (15 दिन) बाद भी किसानों को पेमेंट नहीं मिली है। गिने-चुने किसानों को छोड़कर बाकी किसान पेमेंट का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मंडियों में अव्यवस्था का आलम ये है कि सरकार ने कई मंडियों में खरीद पूरी तरह बंद कर दी। पहले सरकार ने खुद ही ऐलान किया कि किसान बिना मैसेज का इंतजार किए फसल बेचने आ सकते हैं और अब जब किसान फसल बेचने पहुंच रहे हैं तो उन्हें मैसेज का इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है।