Manipur: सूत्रों ने बताया कि मणिपुर के जिरीबाम में सोमवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले कम से कम 11 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया गया। सूत्रों ने आगे बताया कि कैंप पर हमले के बाद सीआरपीएफ ने जवाबी कार्रवाई की और 10 कुकी उग्रवादियों को ढेर कर दिया तथा उनके कब्जे से कई हथियार भी बरामद किए।
इस घटना में सीआरपीएफ का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है। इससे पहले दिन में कुकी उग्रवादियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन पर हमला किया था, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कुकी-जो परिषद ने मंगलवार को सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में पूर्ण बंद का आह्वान किया है।
सशस्त्र उग्रवादियों ने जाकुराधोर में मैतेई समुदाय के तीन-चार खाली पड़े घरों में भी आग लगा दी। मणिपुर में हिंसा तीसरे दिन भी जारी रही और रविवार को इंफाल पूर्वी जिले के सनसाबी धान के खेतों में संदिग्ध उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में चौथी महार रेजिमेंट के एक जवान को मामूली गोली लगी।
यह टकराव रविवार को सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ, जब संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सनासाबी लौकोल और पास के थमनापोकपी गांव के मीतेई-आबादी वाले इलाकों में धान की कटाई कर रहे किसानों पर हमला किया।
इंफाल पूर्वी जिला पुलिस ने 4 महार रेजिमेंट और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 119वीं बटालियन के कर्मियों के साथ मिलकर हमले का जवाब दिया, जिसके बाद 40 मिनट तक गोलीबारी हुई।
इस क्षेत्र में हिंसा इस सप्ताह की शुरुआत में और बढ़ गई थी, जिसमें शुक्रवार और शनिवार को दो नागरिक हताहत हुए थे। जिरीबाम जिले में एक हमले में 31 वर्षीय महिला की मौत हो गई, और बिष्णुपुर जिले में धान के खेतों में काम कर रही 34 वर्षीय महिला की गोली लगने से मौत हो गई।
इसी से जुड़ी एक घटना में, शनिवार रात को थमनापोकपी और सनासाबी में सुरक्षा बलों और संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के बीच भारी गोलीबारी हुई। रात करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई यह झड़प रविवार को सुबह दो बजे तक जारी रही और सुबह चार बजे तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही। राज्य में जारी हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।