Haryana AQI: त्योहारी सीजन में जमकर हुई आतिशबाजी का असर वातावरण में सफेद चादर के रुप में नजर आ रहा है। प्रदेश के कई इलाकों में AQI 200 के पार पहुंच गया है। इतना ही नहीं हवा में जहर इस कदर घुला कि चार जिले रेड जोन में चले गए हैं, जिनमें एक्यूआई 300 के पार है।
वहीं सोमवार को हिसार प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में सबसे ऊपर रहा। रात के समय हिसार का AQI 500 के पास पहुंच गया और सुबह उसमें कुछ सुधार देखने को मिला। सोमवार को प्रदेश के चार जिले हिसार, फतेहाबाद, गुरुग्राम और चरखी दादरी की वायु गुणवत्ता काफी खराब रही। ये चार चार जिले रेड जोन में चले गए हैं, जिनका AQI 300 के पार है।
सोमवार को हिसार का औसतन एक्यूआई 379 दर्ज किया गया। जबकि फतेहाबाद 322, गुरुग्राम 310 व चरखी-दादरी 308 खतरनाक स्थिति में हैं। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार हिसार के बाद फतेहाबाद प्रदेश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा।
प्रदेश के 14 जिलों का AQI पहुंचा 200 के पार
हरियाणा में 14 जिलों का AQI वायु गुणवत्ता 200 के पार पहुंच गई है। इनमें अंबाला 206, बहादुरगढ़ 275, बल्लभगढ़ 235, भिवानी 214, फरीदाबाद 260, जींद 289, कैथल 228, करनाल 256, कुरुक्षेत्र 230, नारनौल 218, रोहतक 266, सिरसा 281, सोनीपत 254 और यमुनानगर 213 हैं।
मरीजों के लिए खतरे की घंटी
इस स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश की समस्या होने लगी है। यह स्मॉग सांस व दमा रोगियों के लिए भी मुसीबत बन गया है। रक्तचाप बढ़ सकता है और हृदय की धड़कनें तेज हो सकती है। इससे सिरदर्द, चक्कर आना और थकान हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए खतरा बढ़ सकता है।