कहा जाता है कि वास्तु शास्त्र का जीवन पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है। वास्तु शास्त्र में हर दिशा का अलग महत्व बताया गया है। जानकारों की मानें तो अलग-अलग दिशाओं में रखी कई वस्तुएं व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। हालांकि जानकारी न होने के कारण आमतौर पर लोग इन सब बातों पर ध्यान नहीं देते हैं।
वास्तु शास्त्र (Vaastu Shaastra) के मुताबिक, उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर (Kuber) की दिशा माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि उत्तर दिशा को हमेशा दोष मुक्त होना चाहिए। अगर उत्तर दिशा में वास्तु दोष होता है तो व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहते हैं कि इस दिशा में किसी भी भारी वस्तु को नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से धन-धान्य में भारी कमी होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का प्रवेश द्वार हमेशा उत्तर दिशा की ओर ही होना चाहिए। कहते हैं कि इस दिशा में आईना लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिशा में मनी प्लांट (Money Plant) रखने से भी घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। नौकरी में तरक्की पाने के लिए उत्तर दिशा में धन के देवता कुबेर जी की प्रतिमा होनी चाहिए।
उत्तर दिशा में रसोई घर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, उत्तर दिशा में रसोई घर होना बेहद शुभ होता है। कहते हैं कि रसोई घर उत्तर दिशा में होने से मां अन्नपूर्णा की कृपा हमेशा बनी रहती है और घर में कभी अनाज की कमी नहीं होती। घर की उत्तर दिशा में हमेशा नीले रंग का पेंट करवाना चाहिए। ताकि धन लाभ क योग बनता रहे।