राज्यसभा में रविवार को कृषि संबंधित बिलों को पास कराने के दौरान विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। इस दौरान सदन की मर्यादा तार-तार हो गई। विपक्ष के कई सांसद उपसभापति के चेयर तक पहुंच गए। यही नहीं संसादों ने माइक तोड़ दिया और रूल बुक भी फाड़ दी गई। जिसके बाद आज सभापति ने राज्यसभा के आठ सांसदों को एक सप्ताह के लिए सस्पेंड कर दिया है।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा, 'मैं डेरेक ओ'ब्रायन का नाम लेता हूं कि सदन से बाहर जाएं। अगर कल मार्शल्स को सही समय पर नहीं बुलाया जाता तो उपाध्यक्ष के साथ क्या होता ये सोचकर मैं परेशान हूं।' उन्होंने आगे कहा, 'डेरेक ओ'ब्रायन, संजय सिंह, राजीव सातव, के.के. रागेश, रिपुन बोरा, डोला सेन, सैयद नजीर हुसैन और एलामरम करीम को एक सप्ताह के लिए सदन से निलंबित किया जाता है।'
वही, राज्यसभा सांसद वी. मुरलीधरन ने कहा कि निलंबित सदस्यों को सदन में रहने का कोई अधिकार नहीं है। सदन गैर-सदस्यों की उपस्थिति के साथ काम नहीं कर सकता। इस दौरान उप सभापति हरिवंश ने कहा कि मेरा आग्रह है कि माननीय सदस्य जो 256 के तहत नामित किए गए हैं वो सदन की कार्यवाही में न रहें।
निलंबित सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने किया प्रदर्शन
सांसदों को सदन से निलंबित किए जाने के बाद भी विपक्ष की ओर से हंगामा जारी रहा, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 22 सितंबर सुबह 9 बजे तक स्थगित की गई। राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद निलंबति सांसदों ने विपक्षी दलों के अन्य सांसदों के साथ संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।