मोदी सरकार द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को भेजे गए न्योते के संदर्भ में अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को एक पत्र सौंपा है। सूत्रों के अनुसार पत्र में ट्रंप ने न आ सकने पर खेद जताया है। भारत ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को गणतंत्र दिवस के मौके पर चीफ गेस्ट के रूप में भारत आने का न्योता दिया था लेकिन अमेरिका ने उसे स्वीकार नहीं किया।
माना जा रहा है कि इसका कारण अमेरिका में कुछ राजनीतिक कार्यक्रम और ट्रंप का स्टेट ऑफ यूनियन संबोधन है, जो 26 जनवरी से कुछ दिन पहले या ठीक उसके बाद निर्धारित हो सकता है।
बता दें ट्रंप ने यह न्योता ऐसे समय पर ठुकराया जब भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में तनाव है। इस तनाव की मुख्य वजह रूस के साथ भारत का रक्षा समझौता और ईरान से तेल का आयात है।
अमेरिका के CAATSA (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैक्शंस ऐक्ट) के तहत प्रतिबंधों की धमकी के बाद भी भारत ने हाल ही में रूस के साथ S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम डील फाइनल किया था। इसके बाद रूस के राजदूत निकोलय कुदाशेव ने एक 'स्वतंत्र' देश के तौर पर भारत के काम करने की तारीफ की थी। यही नहीं भारत ने ईरान से तेल आयात रोकने या उसमें भारी कटौती करने की किसी संभावना को खारिज कर दिया है।