पंचकूला में हुए एक कार्यक्रम के दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर ने महिला सशक्तिकरण को लेकर बड़ा दावा किया है। हरियाणा सरकार ने नाबालिग बच्चियों के साथ गैंगरेप के दोषियों के खिलाफ सख्त कानून बनाया है। पंचकूला के संक्टर-5 के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में हुए इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे जहां एक अनोखा नजारा देखने को मिला। इस मौके पर सीएम ने महिलाओं को लेकर तमाम एलान किए और दुर्गा शक्ति एप भी लॉन्च की।
बता दें अब बलात्कार या छेड़छाड़ का जो भी आरोपी होगा, उसके केस का फैसला होने तक राज्य सरकार से उसे राशन के अलावा मिल रही सारी सुविधाएं जैसे कि वृद्धावस्था या दिव्यांगता पेंशन, वजीफा, ड्राइविंग और असलहों का लाइसेंस को निलंबित रखा जाएगा।
इसके साथ ही यदि सजा मिलती है तो दोषी को मिल रही तमाम सुविधाएं खत्म हो जाएंगी और अगर वह निर्दोष पाया जाता है तो सभी सुविधाएं फिर से बहाल कर दी जाएंगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा, 'कोई भी व्यक्ति यदि मां-बहन पर उंगली उठाएगा तो उसकी उंगली काट ली जाएगी। महिलाओं के विरुद्ध अपराध रोकने का हमारा इरादा तय है। महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत थी लेकिन इन पर कभी गंभीरता से काम नहीं किया गया।'
इन सबके अलावा सीएम खट्टर ने कई और ऐलान किए। हरियाणा सरकार द्वारा इस बात की भी घोषणा हुई कि बलात्कार पीड़िता को निजी वकील की सुविधा मिलेगी और रेप केस की एक महीने और छेड़खानी के मामलों की 15 दिनों में जांच होगी।
इसके साथ ही छह नए फास्ट्र ट्रैक कोर्ट खोले जाएंगे। ऐलानों के मुताबिक, महिला गवाह को अगली तारीख देकर परेशान नहीं किया जाएगा। वारदातों पर लगाम कसने के मद्देनजर विशेष गश्त कराई जाएगी। गर्ल्स स्कूलों में वुमन सेल्फ डिफेंस इन्स्ट्रक्टर तैनात होंगे। साथ ही छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना भी शुरू की जाएगी और यौन, लैंगिक हिंसा को रोकने के लिए कार्य योजना भी तैयार की जाएगी।
बता दें पंचकूला में हुए इस कार्यक्रम के आयोजन में मुख्यमंत्री खट्टर ने दुर्गा शक्ति ऐप का शुभारंभ किया। उन्होंने स्कूली बच्चों को सुरक्षा के संबंध में जानकारी देने के लिए तैयार किए गए विषय 'मेरी सुरक्षा-मेरी जिम्मेदारी' को भी लॉन्च किया, जो स्कूलों में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगा।