लखनऊ: गुरुवार सुबह का दिन भी उन 25 बच्चों के लिए अन्य दिनों की तरह था। उनके माता-पिता ने उन्हें तैयार किया, उनके लिए लंच बॉक्स पैक किए और बड़े प्यार से स्कूल के लिए रवाना कर दिया। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके बच्चे वापस नहीं लौटेंगे। कुशीनगर में मानव रहित क्रासिंग पर स्कूल वैन के पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 12 बच्चों की मौत हो गई वहीं 8 घायल हैं। हादसे के बाद चीख पुकार गुंजने लगी। घायल बच्चों को किसी तरह वैन से बाहर निकाला गया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। बच्चों के बैग और कपड़े खून से सने थे। जिसने भी इस मंजर को देखा उसकी रूह कांप गई। हादसे में ड्राइवर की भी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि जिस क्रासिंग पर यह हादसा हुआ वहां गेट मित्र तैनात था। उसने स्कूल वैन को क्रासिंग पार करने की कोशिश करते और दूसरी तरफ से ट्रेन को आते देखा तो चेतावनी देने की कोशिश भी की। गेट मित्र आवाज देता रहा लेकिन कान में हेडफोन लगाए ड्राइवर ने उसकी आवाज सुनी ही नहीं। ड्राइवर की इस लापरवाही की वजह से उसे सीवान की तरफ से आती 55075 अप ट्रेन के इतने नजदीक आ जाने का एहसास ही नहीं हुआ और देखते-देखते उसकी वैन ट्रेन से जा टकराई।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुशीनगर विशुनपुरा थाना क्षेत्र के बहपुरवा रेलवे क्रासिंग पर गुरूवार को एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां रेलवे क्रॉसिंग पर सामने से आ रही सीवान से गोरखपुर जाने वाली ट्रेन से ( ट्रेन नंबर 55075) बच्चों से भरी एक मैजिक वैन टकरा गई।
इस हादसे में अब तक 13 बच्चों की मरने की पुष्टि हो चुकी है, 4 बच्चे गम्भीर रूप से घायल हैं बच्चों और ड्राइवर को कुशीनगर जिला अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल मौके पर स्थानीय लोग और पुलिसा बल पहुंच चुका है। राहत व बचाव कार्य जारी है।