पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़ दिया है। नवजोत कौर ने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ चुकी हैं। अब वह किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ नहीं हैं। वह अब सिर्फ समाजसेवी हैं और उनका लक्ष्य अपने क्षेत्र का विकास करना है। एक कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए पहुंची नवजोत कौर ने कहा, मुझे अपने हलके के सिवाय किसी भी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं। मेरे पास कोई राजनीतिक दल नहीं है। मैं किसी भी पार्टी से संबंध नहीं रखती। सब कुछ छोड़ दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता हूं और इसी नाते लोगों के बीच जाऊंगी।
नवजोत कौर ने कहा, नवजोत सिंह सिद्धू दिल के साफ इंसान हैं। सच बोलते हैं। अपने दिल की बात उसी वक्त फटाक से कह देते हैं। उन्हें चालाकी नहीं आती। सिद्धू के मन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ कभी कोई बात नहीं थी। वह उन्हें पिता की संज्ञा देते थे। वह उनसे कहते थे कि आप मुझे अपना बच्चा बनाकर रखो। मुझे पंजाब से प्यार है। मैं सारा काम छोड़कर आया हूं। न जाने कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसकी बात सुनी और यह सोचा कि नवजोत सिंह सिद्धू उनके खिलाफ हैं।
नवजोत कौर ने कहा कि जब किसी इन्सान की कोई बात न सुनी जाए तो वह विश्वास खो देता है। बटाला ब्लास्ट के बाद नवजोत वहां इसलिए नहीं गए, क्योंकि वह जानते थे कि वहां जाकर यदि वह सीएम से कुछ मांगेंगे तो कुछ नहीं मिलेगा। नवजोत कौर ने कहा कि अब उनका फोकस अपने हलके के विकास पर है। अमृतसर ईस्ट हलके की एक-एक सड़क बनवाएंगे। इसके लिए सिद्धू बैठकें कर रहे हैं। यदि हलके के विकास के लिए पैसा न दिया गया तो वह सरकार के खिलाफ धरना भी देंगे। नवजोत कौर ने साफ किया कि शहर में पार्षदों को विकास कार्य करवाने में परेशानी आ रही है। लोग पार्षदों के घरों का दरवाजा खटखटाते हैं। नगर निगम की ओर से विकास के लिए कुछ नहीं मिल रहा। नवजोत सिंह सिद्धू ने कई प्रोजेक्ट पास करवाए, पर जब उन्होंने मंत्री पद छोड़ा तो ये प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो पाए।