कपूरथला: खेती को फायदेमंद बनाने के लिए और किसानों को कर्जे की दलदल से निकालना सरकारों के लिए एक बड़ा चेलेज़ बन गया है। जिसे लेकर कपूरथला प्रशासन ने एक नई पहल की है जिसे नाम दिया है ‘अपनी मंडी’।
कपूरथला में मंडी अन्य मंडियों से अलग है क्योंकि इस मंडी में जो भी बिकने के लिए आया है चाहे वह फल सब्जी या कुछ और सब कुछ ताजा बढ़िया और गुणकारी तो है ही। साथ ही यहां पर लेन देन सीधा-सीधा ग्राहक और किसान के बीच होगा। जी हां, सरकार की इस पहल में सौदे के बीच कोई भी बिलोचिया नहीं होगा।
बता दें कि बिलोचिया ना होने के चलते इस मंडी में बिकने वाली हर चीज का मूल्य किसानों की एक कमेटी तय किया करेगी और शुरआत में यह मंडी सप्ताह में दो बार अलग अलग स्थानों पर लगेगी। अपनी मंडी के इस प्रयास से जहां किसान काफी उत्साहित हैं तो ग्राहक भी काफी खुश नज़र आ रहें हैं।
गैरतलब है कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य ना मिलना और बाज़ार की कालाबाजारी के आगे ग्राहक को महंगे दामो पर खरीददारी करना दोनों बड़ी समस्या है। जिसके पीछे कारण है फसलों के मूल्य निर्धारण की कोई खास सरकारी योजना ना होना पर अगर इस तरह के प्रयास हों तो ग्राहक और किसान अपने आपसी समन्वय से ठगी और कलाबाजरी दोनों से बच जाएंगे।