IPC की धारा 377 की संवैधानिक वैधता पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि समलैंगिकता अपराध नहीं है। कोर्ट ने कहा कि समाज में हर किसी को जीने का अधिकार है। मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई दीपक मिश्रा ने कहा कि इस मामले को लेकर मानसिकता बदलने की जरूरत है। कोई भी शख्स अपने व्यक्तित्व से बच नहीं सकता।
बता दें आज भी दुनिया भर के लगभग 73 से 76 ऐसे देश हैं जहां समलैंगिकता को गैर कानूनी माना जाता है और इसके लिए सजाएं भी तय की गई हैं। इन देशों में अधिकतर एशियाई, खाड़ी और अफ्रीकी देश हैं। आपको ये जानकर हैरानी हेगी कि ईरान, सूडान, सऊदी अरब और यमन, सोमालिया के कुछ हिस्से और उत्तरी नाइजीरिया में शरिया कानून के तहत समलैंगिकता के मामले में मौत की सजा दी जाती है। वहीं मॉरिशानिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात में भी सैद्धांतिक रूप से समलैंगिकता के मामले में मौत की सजा का प्रावधान है।
जानें कौन से देश हैं गे फ्रेंडली ?
-अर्जेंटीना (2010)
-ऑस्ट्रेलिया (2017)
-बेल्जियम (2003)
-ब्राज़ील (2013)
-कनाडा (2016)
-कोलंबिया (2016)
-डेनमार्क (2012)
-इंग्लैंड/वेल्श (2013)
-फिनलैंड (2015)
-फ्रांस (2013)
-जर्मनी (2017)
-ग्रीनलैंड (2015)
-आइसलैंड (2010)
-आयरलैंड (2015)
-लक्ज़मबर्ग (2014)
-माल्टा (2017)
-उरुग्वे (2013)
-नीदरलैंड (2000)
-न्यूज़ीलैंड (2013)
-नॉर्वे (2008)
-पुर्तगाल (2010)
-स्कॉटलैंड (2014)
-दक्षिण अफ्रीका (2006)
-स्पेन (2005)
-यूएस (2015)
-स्वीडन (2009)