कभी बॉक्सिंग में भारत का नाम ऊंचा करने वाले हरियाणा के बॉक्सर दिनेश कुमार इन दिनों ठेले पर कुल्फी बेचने को मजबूर हैं. दिनेश ने अपने बॉक्सिंग करियर में इंटरनेशनल और नेशनल लेवल पर उम्दा परफॉर्म कर 17 गोल्ड, 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज (कुल 23) मेडल अपने नाम किए. बॉक्सिंग में उनके योगदान के लिए उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. लेकिन आज अपनी आजीविका कमाने और पिता के सिर से कर्ज का बोझ उतारने के लिए यह बॉक्सर पिता संग कुल्फी बेचने को मजबूर है.
हरियाणा के भिवानी के रहने वाले दिनेश कुमार का दावा है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग कर चुके हैं. अलग अलग प्रतियोगिताओं में वह 17 गोल्ड, 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मैडल जीत चुके हैं. लेकिन आज वह आईसक्रीम बेच रहे हैं. दीपक का कहना है कि जब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहा था, उस समय मेरे पिता ने लोन लिया था.
दीपक का कहना है कि न तो पहले की सरकार ने और न ही मौजूदा सरकार ने मेरी कोई मदद की है. अब मैं सरकार से मदद की अपील करता हूं. वह मुझे एक स्थायी नौकरी दें.