हरियाणा: प्रदेश भर में बिजली निगम की तरफ से गुरूग्राम बिजली निगम सबसे ज्यादा रिवेन्यू देता हैं लेकिन इन दिनों अपने डिफोल्टरों से बिल वसूलने में बिजली विभाग के पसीने छूट रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योकि निगम का करीब 35 करोड़ रूपये सरकारी दफ्तरों पर बकाया हैं जिसमें जिले के मुखिया अधिकारी डीसी से लेकर पुलिस कमिश्नर तक के ऑफिस के करोड़ों के बिल पेडिगं हैं।
बता दें कि गुरूग्राम बिजली विभाग हर महिने सरकार के खाते में करोड़ों का रिवेन्यू देता हैं लेकिन गुरूग्राम के सरकारी महकमों पर बिजली निगम का करीब 50 फीसदी बिल पेडिंग हैं। जिनको वसूलने में बिजली विभाग के पसीने छुट रहे हैं। निगम की बात करें तो कुल 35 करोड़ रूपये गुरूग्राम के सरकारी अधिकारियों के ऑफिसों पर पेडिंग हैं।
किसी विभाग पर कितना बिल पेडिंग हैं
-डीसी ऑफिस – 2,14,95,266
-जिला कोर्ट - 1,53,58,362
-एडमिन गुरूग्राम – 43,45,609
-सीएमओ ऑफिस – 25,39,917
-पुलिस कमिश्नर ऑफिस – 19,20,486
-पब्लिक हेल्थ ऑफिसर कॉलोनी – 4,74,669
-पब्लिक हेल्थ डिविजन झाडसा रोड – 41,7,711
-पब्लिक हेल्थ शिवाजी नगर – 33,9,090
-पब्लिक हेल्थ 8 मरला – 45,5,149
सरकारी डिपार्टमेंट पर 35 करोड़ रुपये बिजली के बिल बकाया है। बिजली निगम को कर्ज लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप करना पड़ रहा है, जिसका ब्याज कई सौ करोड़ रुपये चुकाना पड़ता है। इन सभी दिक्कतों को देखते हुए बिजली निगम ने सरकार से सिफारिश की है कि इन पर जितना बिजली बिल बकाया है, उसकी अदायगी के लिए सरकार उन्हें आदेश दे।
बताते चलें कि जिन सरकारी विभागों पर बिजली निगम का कई साल से करोड़ों रुपये बकाया है, उन विभागों के हेड ऑफ डिपार्टमेंट को सरकार ने लेटर लिखा है। विभागाध्यक्ष को कहा गया है कि वे जितनी जल्द हो सके बकाया बिजली के बिलों का भुगतान करें।
हैरान करने वाली बात यह है कि खुद बिजली निगम पर 37 लाख रुपये से ज्यादा का बिजली का बिल बकाया है। अगर महीने भर में बकाया बिलों का भुगतान नहीं किया जाता है, तो तमाम विभागों का बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा इसमें खुद बिजली विभाग भी शामिल है।