जल्द ही दिल्ली से चंडीगढ़ तक पहली तेजस ट्रेन चलाई जा सकती है और इसका उद्घाटन 15 अगस्त को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। तेजस ट्रेन चलने के बाद चंडीगढ़ तक की दूरी महज तीन घंटे में पूरी हो जाएगी। अभी इस यात्रा में चार से पांच घंटे का समय लगता है। बता दें तेजस को सेमी हाईस्पीड ट्रेन कहा जाता है, क्योंकि इसके चलने की औसत गति सीमा 130 किलोमीटर प्रति घंटा होती है। हलांकि इसे कुछ जगहों पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की सीमा तक भी चलाया जा सकता है। औसत भारतीय ट्रेनों की स्पीड 56 किलोमीटर प्रति घंटा है। तेजस ट्रेन पहली बार साल 2016 में मुंबई से गोवा के बीच चलाई गई थी।
दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाली इस ट्रेन में यात्रियों को उनके मनपसंद भोजन देने के साथ यात्रा के दौरान मनोरंजन के लिए एलईडी टीवी, पढ़ने के लिए विशेष लाइटें, पानी रखने और विशेष फोन चार्जिंग प्वाइंट दिए जाएंगे। इसके साथ ही बायो टॉयलेट और ट्रेन की विशेष साफ-सफाई यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करेगी।
सूत्रों के अनुसार उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन को पहली तेजस ट्रेन बुधवार को ही मिल चुकी है और रेल अधिकारियों ने इसका आवश्यक निरीक्षण भी कर लिया है। ट्रेन में 19 कोच लगाए जा सकते हैं जिनका निर्माण कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में किया गया है। पहले इस ट्रेन को इसी वर्ष में मार्च में चलाए जाने की योजना थी, लेकिन समय पर कोचों की आपूर्ति न हो पाने के कारण इस योजना को टाल दिया गया था।