नई दिल्ली: पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिकी सख्ती के साथ ही इस्लामाबाद-बीजिंग और करीब आने लगे हैं। खबर है कि चीन चाबहार बंदरगाह के नजदीक मिलिट्री बेस बना सकता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन पाकिस्तान के जिवानी में अपना नेवी बेस बनाना चाहता है। जिवानी ओमान की खाड़ी में स्थित है। जो ईरान के चाबहार बंदरगाह के नजदीक है।
आपको बता दें कि हाल ही में अमेरिका की ट्रंप सरकार ने पाकिस्तान को दी जाने वाली अधिकांश सुरक्षा मदद और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति रोक दी थी अमेरिका का कहना है कि पाकिस्तान ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य नेताओं से चेतावनियों के बावजूद आतंकवादियों को पनाह देना जारी रखा है। ट्रंप के इस कदम से पाकिस्तान और चीन के पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और बढ़ाने में मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि चाबहार बंदरगाह का निर्माण भारत की मदद से किया गया है। इस बंदरगाह के निर्माण से भारत के लिए समुद्री सड़क मार्ग से अफगानिस्तान पहुंचने में सहुलियत हुई है। और व्यापार के लिए उसे पाकिस्तान के रास्ते की आवश्यकता नहीं होती है। इस बंदरगाह की क्षमता 85 लाख टन है।
मीडिया की रिपोर्ट में वाशिंगटन टाइम्स की उस रिपोर्ट का हवाला दिया गया है जिसमें ये कहा गया है कि चीन अपने समुद्री सुरक्षा क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से विदेश में दूसरा सैन्य ठिकाना बनाने के लिए पाकिस्तान के साथ बातचीत कर रहे है।