भाखड़ा नंगल डैम के जलस्तर में लगातार गिरावट से पंजाब और हरियाणा में बड़े जलसंकट की समस्या पैदा होने के संकेत मिल रहे हैं। बता दें डैम के जलस्तर में एक बार फिर कमी आ गई है। बांध के कैचमेंट एरिया में मौसम ठंडा हो जाने के चलते बर्फ का पिघलना कम हो चुका है। परिणामस्वरूप डैम में पानी की आवक अब 18850 क्यूसिक तक रह गई है।
आवक कम होने के कारण डैम का जलस्तर पिछले 24 घंटों में 2.84 फीट कम हो चुका है। पिछले सप्ताह में चार दिनों से पानी की आवक में वृद्धि जारी थी, लेकिन शनिवार से ये समस्या और भी बढ़ गई है और जलस्तर में गिरावट आनी शुरू हो गई है। दरअसल डैम के जलस्तर में पिछले कुछ माह से लगातार गिरावट हो रही थी। पिछले सप्ताह हालत में सुधार की उम्मीद जगी, लेकिन अब फिर जलस्तर में गिरावट शुरू हो गई है। इससे आने वाले दिनों में पंजाब एवं हरियाणा में पानी की समस्या गहरा सकती है।
ब्यास दरिया से पानी की आवक 6048 क्यूसिक दर्ज हुई है, जबकि पिछले साल आवक 8548 क्यूसिक थी। इस समय डैम का जलस्तर 1502.72 फीट है जो पिछले साल आज के दिन 61.45 फीट अधिक यानी 1564.17 फीट था।
डैम से विभिन्न राज्यों की मांग के अनुसार छोड़े गए 35820 क्यूसिक पानी से बिजली का उत्पादन 203.33 लाख यूनिट किया गया है, जबकि पिछले साल विद्युत उत्पादन का यह आंकड़ा 200.64 लाख यूनिट था। पिछले साल आज के दिन डैम में पानी की आवक 29960 क्सूसिक थी। इसमें शनिवार को करीब 11000 क्यूसिक की कमी आ गई है।