झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को तगड़ा झटका लगा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा, जवान संघर्ष मोर्चा और कांग्रेस के छह विधायक बीजेपी में शामिल हों गए हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई और इस मौके पर रघुवर दास ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रवाद और विकास से प्रभावित होकर प्रदेश के विकास के लिए, गरीबी को समाप्त करने के लिए, आगे ले जाने के लिए विभिन्न दलों के नेता, अधिकारी शामिल हुए हैं। ये लोग पार्टी में प्रदेश के विकास और राष्ट्र की सेवा के लिए आए हैं।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सुखदेव भगत और मनोज यादव बीजेपी में शामिल हुए हैं, इसके अलावा कांग्रेस के एक और विधायक बादल पत्रलेख ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ा है। कुणाल षाडंगी और जेएमएम के निलंबित विधायक जेपी पटेल भी झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं।
सुखदेव भगत ने कहा कि विकास और राष्ट्रवाद, दूध में शक्कर की तरह है और हम इसकी मिठास को बढ़ाने के लिये बीजेपी में शामिल हुए हैं। मैं निष्ठापूर्वक पार्टी के विश्वास पर खरा उतरूं और विकास और राष्ट्रवाद पर चलूं, ऐसा मेरा प्रयास रहेगा। वहीं मनोज यादव ने कहा कि आज देश में सबसे बड़ा मुद्दा राष्ट्रवाद और विकास है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। राज्य में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं। बीजेपी अपनी लय में है और इसने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं।