भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम विदाई के बाद अब उनकी अस्थियों को पवित्र नदियों में विसर्जित करने का काम होगा। अस्थियों को इकट्ठा करने के लिए आज सुबह बेटी नमिता और नातिन निहारिका स्मृति स्थल पहुंचे। पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियों को प्रेम आश्रम, उसके बाद रोड़ के रास्ते उत्तराखंड के हरिद्वार की हर की पैड़ी में ले जाया जाएगा। उनकी अस्थियां लखनऊ एयरपोर्ट भी पहुंचेंगी। जहां 18 अस्थि कलश मौजूद होंगे। यहां से भाजपा मुख्यालय तक अस्थि कलश यात्रा निकाली जाएगी। अस्थियों को भाजपा कार्यालय में रखा जाएगा ताकि लोग श्रद्धांजलि दे सकें। लखनऊ में 23 अगस्त को गोमती में अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
बता दें अटल के निधन के बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी प्रमुख नदियों में अस्थियां विसर्जित करने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि 20 अगस्त को सुबह 10 बजे भाजपा कार्यालय से प्रदेश के 18 स्थानों पर प्रवाहित करने के लिए अस्थि कलश भेजे जाएंगे। जहां-जहां अस्थियां जाएंगी, वहां अस्थि कलश यात्राएं निकाली जाएंगी। उसके बाद पवित्र नदियों में विसर्जन का कार्यक्रम होगा। 75 जिलों की सभी 163 नदियों में भारत रत्न अटल की अस्थियां विसर्जित होंगी।