फिरोजपुर में एक सप्ताह पहले लगातार चार रातों तक ड्रोन दिखने का मामला केंद्र सरकार तक पहुंच चुका है। BSF के उच्चाधिकारियों की तरफ से आधुनिक ड्रोन भेदी प्रणाली की मांग की गई, ताकि फिरोजपुर या पंजाब की अन्य सरहदी हदों में रात के समय पाकिस्तान से भेजे जाने वाले ड्रोन को पकड़ा जा सके या उन्हें रोका जा सके। इसके लिए BSF ने खुद को और सक्षम बनाने के लिए सरकार और रक्षा मंत्रालय से मंजूरी मांगी है।
फिरोजपुर की सीमा सुरक्षा बल की तरफ से एप्रूवल मिलने का इंतजार किया जा रहा है। एप्रूवल मिलते उच्च स्तर के उपकरणों की खरीदारी की जाएगी। पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के माध्यम से हथियारों और हेरोइन सहित अन्य मादक पदार्थों की तस्करी को गंभीरता से लिया जा रहा है, क्योंकि यह देश की सुरक्षा पर बहुत बड़ा सवाल है।
फिरोजपुर में अब तक BSF के पास रात के अंधेरे में ड्रोन आदि को पकड़ पाना या रोक पाने के लिए उचित संसाधन या उपकरण नहीं है। सरहदी इलाका होने के कारण ड्रोन की तय दूरी को लेकर भी असमंजस बना रहा है। हालांकि BSF की तरफ से कड़े प्रयास करके फिरोजपुर के गांव हजारा सिंह वाला, टेंडीवाला और चांदीवाला में फायरिंग करके भी ड्रोन को गिराने के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन सफलता नहीं मिली।
फिरोजपुर के गांव हजारा सिंह वाला, चांदीवाला और टेंडीवाला के आसपास सरहदी इलाकों में 7 अक्टूबर से लेकर 10 अक्टूबर तक रोजाना रात के समय ड्रोन देखे गए थे, जिसके बाद ग्रामीणों ने BSF को बताया तो लगातार 7 अक्टूबर से 10 अक्टूबर जब-जब सूचना मिली, BSF रात एक बजे से लेकर अगले दिनों तक पंजाब पुलिस के साथ सर्च आपरेशन करती रही, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।