हरियाणा में 27 अक्तूबर को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद 15 दिन बीत चुके है, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है। मंत्रिमंडल विस्तार पर अटकलों का दौर अभी भी जारी है। मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी पर विपक्ष भी आईना दिखा रहा है।
इस बीच सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों ने दिल्ली में बैठक कर अपने हिस्से में दो मंत्री पद की मांग रख दी है। अंदरखाने हुई इस बैठक को प्रेसर पॉलिटिक्स के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि बाहर निकल कर विधायकों ने सब कुछ ठीक-ठाक होने का दावा किया है। ऐसे में 13 नवंबर को भी शपथ ग्रहण होने की उम्मीद खटाई में पड़ गई है।
अब 14 नवंबर को शपथ ग्रहण की अटकलें चल रही हैं। उधर, जजपा और भाजपा का मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रहा पेंच सुलझ गया है। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की सीएम मनोहर लाल से मुलाकात के बाद दोनों दलों में आपसी सहमति से ही मंत्रिमंडल विस्तार होना तय हुआ है।
हालांकि दुष्यंत चौटाला की तरफ से अधिक की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन फिलहाल उन्हें उनका सम्मान कायम रखने का आश्वासन दिया गया है। बैठक के बाद बाहर निकल कर दुष्यंत ने 48 घंटे के अंदर मंत्रिमंडल विस्तर की घोषणा की है। लेकिन मौजूदा हालात से ये अभी संभव नहीं लग रहा।