दुबई की नोमिसमा बैंकिग एवं फाइनांशियल एडवाइजरी, नीलगिरी ट्रेडिंग कंपनी हिमाचल प्रदेश में 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस संबंध में हिमाचल सरकार और दुबई की कंपनी के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह कंपनी प्रदेश में लग्जरी रिजॉर्ट स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को दुबई में संयुक्त अरब अमीरात सरकार के पदाधिकारियों से बैठक की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल में खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक्स, पर्यटन और बिजली जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। वहीं, यूएई सरकार के पदाधिकारियों ने कहा कि यूएई भारत में खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे में निवेश का इच्छुक है। धर्मशाला में नवंबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में यूएई के उद्यमी हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी जाफजा और डीपी वल्र्ड समूह के मोहम्मद अल मुल्लेम से भी मुलाकात की। मुल्लेम ने कहा कि उनका समूह हिमाचल में निवेश करने के लिए विशेष रूप से लॉजिस्टिक्स और परिवहन के अलावा बागवानी एवं कृषि उत्पादों के आयात-निर्यात करने का प्रयास करेगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में राज्य सरकार और विभिन्न उद्यमियों के बीच कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। मैसर्स एमकेएस ग्रुप के साथ नेचरोपैथी रिजॉर्ट के लिए 100 करोड़ रुपये और कम लागत वाले हाउसिंग के लिए 150 करोड़ रुपये के निवेश के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। राज्य में निवेश के अवसरों को उजागर करने और यूएई के निवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रदेश सरकार और यूएई इंडिया बिजनेस काउंसिल के बीच एक अन्य समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर हुए। कृषि और खाद्य क्षेत्र में मौजूदा क्षमताओं को मजबूत और विस्तार करने के लिए राज्य सरकार और कार्यकारी अध्यक्ष एवं सीईओ आइएमईए-टीआइएफएफ, मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष डीएमसीसी अहमद बिन सुलेयम के बीच एक और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।